मध्यप्रदेश इन दिनों लगातार विकास की नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहा है। आने वाले 17 सितंबर को प्रदेश को एक ऐसा तोहफ़ा मिलने वाला है, जो न केवल राज्य बल्कि पूरे देश की दिशा बदल सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन मध्यप्रदेश में देश के पहले PM Mitra Park का शिलान्यास करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि यह योजना लंबे समय से चर्चा में थी और अब इसका पहला चरण मध्यप्रदेश से शुरू होगा।
PM Mitra Park क्या है और क्यों खास है?
जिज्ञासा का विषय यह है कि आखिर यह PM Mitra Park क्या है। दरअसल, यह एक बड़ा टेक्सटाइल और परिधान उद्योग हब होगा, जिसे आधुनिक तकनीक और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य है भारत को टेक्सटाइल के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाना। इस पार्क के बनने से न सिर्फ कपड़ा उद्योग को गति मिलेगी बल्कि हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार भी मिलेगा।
मध्यप्रदेश को क्यों चुना गया?
कई राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा के बाद मध्यप्रदेश को पहला PM Mitra Park मिलने का सौभाग्य मिला है। इसका मुख्य कारण है राज्य की भौगोलिक स्थिति, कच्चे माल की उपलब्धता और यहाँ की तेज़ी से बढ़ती इंडस्ट्रियल पॉलिसी। सरकार को विश्वास है कि यहाँ से पूरे देश और विदेश के लिए टेक्सटाइल उत्पादों की आपूर्ति और भी मज़बूत होगी।
‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान भी होगा लॉन्च
17 सितंबर को होने वाला कार्यक्रम केवल शिलान्यास तक सीमित नहीं रहेगा। इसी दिन प्रधानमंत्री मोदी ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ जैसे सामाजिक अभियान की भी शुरुआत करेंगे। इस पहल का मकसद है महिलाओं के स्वास्थ्य को मज़बूत करना ताकि परिवार और समाज दोनों को शक्ति मिले। सरकार मानती है कि अगर महिलाएं स्वस्थ होंगी, तो आने वाली पीढ़ियां और भी मजबूत बनेंगी।
रोजगार और उद्योग के नए अवसर
इस पार्क के निर्माण से प्रदेश में रोजगार की एक नई लहर दौड़ने वाली है। अनुमान है कि आने वाले वर्षों में हजारों युवाओं को सीधे रोजगार मिलेंगे, जबकि लाखों लोगों को अप्रत्यक्ष अवसर भी प्राप्त होंगे। यह पार्क छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए भी वरदान साबित होगा, क्योंकि उन्हें बड़े उद्योगों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
समापन
17 सितंबर का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक होने वाला है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले PM Mitra Park का शिलान्यास करेंगे, तो यह केवल एक उद्योग परियोजना की शुरुआत नहीं होगी, बल्कि प्रदेश के विकास, रोजगार और सामाजिक सशक्तिकरण की नई यात्रा भी होगी। आने वाले समय में यह पार्क न सिर्फ प्रदेश बल्कि पूरे भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को एक नई पहचान दिलाने वाला साबित होगा।






